The best Side of हल्दी का नियमित सेवन करने के फायदे

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आधा चम्मच हल्दी पाउडर में चार से पांच बूंदे घी की मिलाएं फिर इसको गर्म करें और हल्का गुनगुना होने पर पलकों पर लगाए इससे आंखों के दर्द में आराम मिल जाता है । हल्दी पाउडर में थोड़ा सा पानी मिलाकर सफेद कपड़ा रंग ले और इस कपड़े को आंखों पर लगा कर बांध लें इससे बहुत जल्दी आंखों के दर्द में आराम मिल जाता है ।

हल्दी की चाय भी बना सकते हैं। इसमें स्वाद के लिए थोड़ा-सा शहद मिक्स कर सकते हैं।

हल्दी आपके किचन में रखा सबसे गुणकारी मसाला है. इसके सेवन से शरीर में एलडीएल का स्तर कम होता है. इसके साथ ही अगर आप काली मिर्च का भी सेवन करेंगे तो आपके शरीर में एलडीएल में काफी कमी देखने को मिल सकती है.

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ईशा योग केंद्र में हर दिन हल्दी और नीम खाने का नियम है। एक साधक ने इसका कारण जानना चाहा। सद्‌गुरु हमें नीम के जबरदस्त औषधीय गुणों के बारे में बता रहे हैं, साथ ही वे बता रहे हैं कि कैसे हल्दी सिर्फ शरीर नहीं ऊर्जा को भी प्रभावित करती है

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हल्दी पीलिया रोग के उपचार के लिए बहुत अच्छी होती हैं। पीलिया होने पर आप एक चम्मच हल्दी को आधे गिलास पानी में मिला लें और रोजाना पीएं। आप चाहें मठ्ठा के साथ भी हल्दी मिलाकर पी सकते हैं, एक हफ्ते में पीलिया ठीक हो सकता है।

खांसी चाहे सूखी हो या बलगम वाली दोनों ही कफ दोष प्रकुपित होने के कारण होती है। हल्दी में कफ को संतुलित करने का गुण होता है जिसके कारण यह हर प्रकार की खांसी में लाभदायक होती है।

हल्दी की तासीर गर्म होती है इसलिए इसका आवश्यकतानुसार उपयोग करना चाहिए । हल्दी को खाना बनाने में उपयोग करने से यह खाने को चटपटा , स्वादिष्ट व पौष्टिक बना देती है  ।

पथरी के दर्द से परेशान हैं तो हल्दी का घरेलू नुस्खा अपना सकते हैं। पथरी में हल्दी और अदरक की चाय बहुत ही फायदा करती है। अदरक और हल्दी दोनों में ही एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं साथ ही ये बॉडी को डीटॉक्सीफाई करने में बहुत मदद करते हैं। अदरक और हल्दी की चाय के नियमित सेवन से किडनी स्टोन से राहत मिलती है। बस इसके लिए पथरी का साइज छोटा होना चाहिए, यदि बड़ा है तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।

हल्दी में एंटीवायरल और जीवाणुरोधी गुण होते हैं जो कई प्रकार के संक्रमणों से लड़ने में मदद कर सकते हैं।  हल्दी एंटीसेप्टिक और सूजन को कम करने वाले गुणों से समृद्ध है जो संक्रमण के साथ-साथ खाँसी या ठंड के लक्षणों से भी लड़ने में मदद करते हैं। सोने से पहले एक गिलास हल्दी दूध को हल्का गर्म करें और इसे पिएं। यदि आप इसमें अदरक और शहद मिलाएगें तो यह शरीर पर अपना असर ज्यादा अच्छे से करेगा, इससे गले की सूजन कम होगी है। हल्दी दूध सूखी खांसी और अस्थमा के खिलाफ विशेष रूप से प्रभावी है।

कर्क्यूमिन ने मस्तिष्क स्वास्थ्य और संज्ञानात्मक कार्य का समर्थन करने में वादा दिखाया है। यह get more info याददाश्त में सुधार करने, फोकस बढ़ाने और उम्र से संबंधित संज्ञानात्मक गिरावट से बचाने में मदद कर सकता है। हल्दी का पानी नियमित रूप से पीने से मस्तिष्क स्वास्थ्य और समग्र संज्ञानात्मक कल्याण में योगदान हो सकता है।

इसके साथ ही आयुर्वेद में भी हल्दी का उपयोगी स्थान पाया गया है। प्राचीन काल से ही इसके औषधीय गुणों के कारण इसको आयुर्वेद में इस्तेमाल किया जाता रहा है। इसके अनेक लाभों के कारण इसे कई प्रकार से प्रयोग में लाया जाता है। यह दवाई की तरह भी इस्तेमाल होती है और सौंदर्य उत्पाद की तरह भी।

हलदी की तासीर गर्म होती है यह हमे शक्ति देती है और निरोग रखती है।इसके सेवन करने से बुढ़ापा दूर रहता है और रोग लम्बे समय तक पास नही रहता।

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